
प्रिंटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाईस है जिसका उपयोग आपके कम्प्यूटर के अंदर की डिजिटल सूचना को कागज पर छापने के लिए किया जाता हैं। प्रिटर एक आउटपुट डिवाईस होता है। जो कम्प्युटर के अंदर के डाटा जिसे आप सॉफ्ट कॉपी भी कह सकते है, उसे हार्ड कॉपी में परिवर्तित करने का काम करता हैं। यहॉं हार्ड कॉपी से मतलब कम्प्यूटर के डाटा को किसी पेपर पर प्रिंट करने से है।
प्रिंटर किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में स्टोर किये गए डाटा जैसे की कोई ईमेज, टेक्स्ट, आदि को एक पेज में प्रिंट करता है। आमतौर पर प्रिंटर कम्प्यूटर के साथ कार्य करता है, और उसे केबल के द्वारा जोड़ा जाता हैं। लेकिन वर्तमान समय में वायरलेस प्रिंटर भी आ गए है, जो की कई तरह के और भी फ़ीचर्स को सपोर्ट करते हैं, जिससे आप दूर बैठे-बैठे प्रिंटर का इस्तेमाल कर सकते है, और ब्लुटूथ, वाई-फाई, क्लाउड तकनीक से प्रिंट कर सकते हैं।
प्रिंटिग का इतिहास कम्प्यूटर से भी बहुत पुराना है। इतिहास की सबसे पुरानी किताब डायमंड सूत्र है, जो 863 CA में चीन में छपी थी। हालाँकि इस किताब के बारे में कहा जाता है कि यह इससे भी ज्यादा पुरानी है।

डायमंड सूत्र एक प्राचीन चीनी ग्रन्थ है। जो की चीनी भाषा में है। इसकी एक प्रति बीसवीं सदी में प्राप्त हुई इसके अध्ययन से पता चला की यह 11 मई 863 में छपी है। यह प्राचीन चीनी ग्रन्थ अभी ब्रिटिश संग्रहालय में रखी हुई है और 'विश्व की सबसे प्राचीन और संरक्षित बचा हुआ ग्रन्थ' है। इस ग्रंथ की छपाई कागज पर की गयी है जिसकी लंबाई 16 फीट तथा चौड़ाई 12 इंच है।
Johannes Gutenberg Gutenberg Printing Press
जोहान्स गुटेनबर्ग एक जर्मन शिल्पकार और आविष्कारक थे, और उन्हें गुटेनबर्ग प्रेस के लिए जाना जाता है, जो की अपने आप में एक पहला प्रिंटिंग प्रेस मशीन है। (CA 1400-1468) में जोहान्स गुटेनबर्ग से पहले, कगजों पर छपाई की गई किताबों की संख्या काफी सीमित थी। उस वक्त छपाई के अलावा किसी किताब में चित्रों और डिजाईनों को बनाने का काम हाथों से किया जाता था, और कई ऐसे डिजाईन जिन्हे बार-बार बनाने की जरूरत होती थी उनके लिए लकड़ी, पत्थर या धातु पर उकेरे गये डिजाईनों का प्रयोग किसी चित्र या डिजाईन को बनाने के लिए किया जाता था। जिन्हे स्याही या पेट की मदद से कागजों पर दबाव डालकर छापा जाता था। उस वक्त की ज्यादातर छपने वाली किताबे धार्मिक आदेशों के बारे में होती थी। गुटेनबर्ग प्रेस को 20वीं सदी तक काम में लाया जाता रहा। गुटेनबर्ग ने प्रिंटिग को काफी सस्ता कर दिया था।

Babbage Difference Engine Printer Babbage Difference Engine
Charles Babbege ने 1800 के दशक में Difference Engine के उपयोग के लिए पहला मैकनिकल प्रिंटर डिजाईन किया था।

इसके बाद 1953 में Remington – Rand ने पहला हाई स्पीड प्रिंटर विकसित किया था. जिसे UNIVAC कंप्यूटर के साथ उपयोग करने के लिए बनाया गया था.

1957 में IBM ने पहला डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर विकसित किया.

1968 में जापान की कंपनी Espon ने पहला इलेक्ट्रॉनिक प्रिंटर बनाया था.

धीरे – धीरे तकनीकी के बढ़ने के साथ प्रिंटर में भी विकास हुआ और 1984 में Hewlett Packerd ने पहला लेजर प्रिंटर बनाया और इसी वर्ष Hewlett Packerd ने पहला थर्मल इंजेक्ट प्रिंटर का भी निर्माण किया.

प्रिंटर के उपयोग जिस तरह से बढ़ने लगें। उसी तरह से प्रिंटर में भी विकास होने लगा। 2009 में एक नया प्रिंटर सामने आया जिसे हम 3D प्रिंटर के नाम से जानते है। जिससे हम किसी भी Objects को आसानी से प्रिंट कर सकते है।
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