
कंप्यूटर मॉनिटर एक ऐसी डिवाइस है जो आपके कंप्यूटर के साथ अगर अटैच ना की गई हो तो आप कंप्यूटर का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं क्योंकि आपको वहां पर कुछ दिखा ही नहीं दिखाई नहीं देगा। MONITOR आउटपुट डिवाइस में सबसे पहले आता है, क्योंकि इस डिवाइस का इस्तेमाल सबसे ज्यादा होता है| MONITOR सबसे MAIN और COMMON OUTPUT DEVICE होता है जो की एकदम टेलीविज़न की तरह दिखता है। जो भी काम COMPUTER के द्वारा प्रोसेस हो रहा होता है या प्रोसेस होने के बाद जो रिजल्ट हमें मिलता है, उसे DISPLAY (दिखाने) का काम MONITOR का होता है। इसमें हम अपने आउटपुट को TEXT, VIDEO, GRAPHICS, IMAGE ETC. के रूप में देख सकते हैं। सबसे पहला COMPUTER MONITOR 1 MARCH, 1973 को RELEASE किया गया था जो की XEROX ALTO COMPUTER SYSTEM का एक PART था। पहले के मॉनीटर को हम सिर्फ आउटपुट डिवाईस के रूप में देखते थे। लेकिन जब से TOUCH SCREEN MONITOR आये है यह INPUT और OUTPUT दोनों कार्य को कर रहे है।
TYPES OF MONITOR
CRT Monitor (Cathode Ray Tube)
सबसे पहले उपयोग होने वाले video display में CRT (cathode ray tube) का नाम आता है। CRT Monitor जो पुराने मॉनिटर है, वह Cathode Ray Tube के बने होते थे। इनकी गहराई लगभग स्क्रीन के साइज के बराबर ही होती थी, और इनके कार्य करने के लिए अधिक बिजली की आवश्यक्ता होती थी। ज्यादातर Monitor में Picture tube होता है जो देखने में बिलकुल टीवी की तरह होता है। CRT तकनीक काफी सस्ती होती है।
CRT Monitor में एक Electron gun होता है, जो की Electrons की Beam और Cathode Rays को उत्सर्जित करती है। ये Electron beam, Electronic grid से भेजी जाती है ताकि electron की Speed को कम किया जा सके CRT Monitor की Screen पर फास्फोरस की परत होती है, इसलिए जैसे ही electronic beam Screen से टकराती है तो Pixel चमकने लगते हैं और Monitor Screen पर Display दिखाई देने लगता है।
LCD Monitor (Liquid Crystal Display)
LCD (Liquid Crystal Display) कंप्यूटर मॉनिटर का जो डिस्प्ले होता है वह बहुत पतला होता है। इन monitor को liquid और solid matter के combination से बनाया जाता है. एक image को screen पर produce करने के लिये LCD एक liquid crystal को उपयोग में लेती है। यह Digital Technology हैं जो एक Flat सतह पर तरल क्रिस्टल के माध्यम से आकृति बनाता हैं यह कम जगह लेता है यह कम बिजली की खपत करता है। आजकल LCD का इस्तेमाल सबसे अधिक होता है।. देखने मे LCD बहुत thin और light होती है. यही वह तकनीक थी जिसने Cathode ray tube को replace किया था।
LED Monitor ( Light-Emitting Diodes )
वर्तमान समय में LCD (Liquid Crystal Display) के स्थान पर LED (Light Emitting Diode) का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये आज की सबसे नई तकनीक है या इसे हम LCDs monitor का upgrade version भी कह सकते है यह देखने में बिलकुल LCD Monitor की तरह ही लगते हैं लेकिन LED 1.5 watts की पावर इस्तेमाल करती है और ऑखों पर बहुत कम जोर डालती है LED Monitor LCD की तुलना में अधिक समय तक काम करते हैं। । यह एक सेमीकंडक्टर डिवाइस होता है जो लाइट को एमिटिंग या उत्सर्जित करता है।
इनमे back-lighting के लिए light-emitting diodes का उपयोग किया जाता है. LED और LCD के बीच सिर्फ backlighting का difference होता है. इनका एक benefit ये है, कि LED Monitor एक high contrast वाली images produce करते है. दूसरे monitor की तुलना में अधिक टिकाऊ होते है, और साथ कि low heat पैदा करते है।
Plasma Monitor
Plasma Monitor एक flat panel display है, जो image create करने के लिए charged gases के small cells को use में लेते है। ये plasma cells खुद की अपनी रोशनी बनाते है, जिससे इसे अलग से backlighting की आवश्यकता नही होती है। plasma monitor एक LCD monitor की तुलना में भारी होता है। Plasma Monitor image की brightness और contrast को बेहतरीन तरीके से balance कर पाता है। यही इसका सबसे बड़ी खासियत होती है। Plasma Monitor का उपयोग आमतौर पर बड़ी टीवी स्क्रीन के रूप में होता है, और इसका आकार आमतौर 30 इंच या इससे ज्यादा होता है।
OLED Monitor ( Organic Light-Emitting Diode )
OLED display एक बिलकुल नयी Technology है। ये LCD और plasma display की तुलना में अलग Technology का use करता है। जिसकी वजह से इसकी Picture Quality काफी अच्छी होती है। इसमे colours बनाने के लिए carbon और organic compounds का इस्तेमाल होता है, क्योंकि इसे Backlighting की जरूरत नही होती है। इसीलिये OLED को emissive Technology भी कहाँ जाता है। अभी फिलहाल नयी Technology होने की वजह से यह काफी मंहगी होती है, इस लिए OLED Monitor का उपयोग ज्यादा नही होता है।
Touchscreen Monitor

Touchscreen Monitor जैसे की इसके नाम से ही पता चलता है यह बिलकुल किसी Touchscreen smartphone के display की तरह ही कार्य करता है। Touchscreen Monitor के features को use करने के लिए बस आपको screen में touch करना होता है। industry devices Touchscreen Monitor का उपयोग काफी ज्यादा किया जा रहा है। ATM में भी इसी प्रकार के monitor का उपयोग होता है। जैसे – जैसे modern technology की मांग बढ़ती जा रही laptop और PC में भी touchscreen display technology का उपयोग बढ़ता जा रहा है।
NOTE:- आपको ये पोस्ट कैसी लगी आप हमें कमेंट के माध्यम से अवश्य बतायें। हमें आपके कमेंट्स का बेसब्री से इन्तजार रहेगा है। अगर आपका कोई सवाल या कोई suggestions है तो हमें बतायें, और हाँ पोस्ट शेयर जरूर करें।